Monday, February 13, 2017

HEART : Love - life Organ


'' अपनों का प्यार '' ,,,,-
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चाणक्य जी का कथन ....





 






मतलब साफ़ है दोस्तों ! आपके कर्म ही आपके सुख दुःख का मुख्य कारण होते हैं | इसलिए ऐसे कर्मों को करो कि आपकी ख़ूबसूरती के पीछे भागना छोड़ो और खुद को एक ख़ूबसूरत और लोकहितकारी pesonality बनाना चालू कर दो | दुनिया की सारी खुशियाँ आपके क़दमों में बिछ जाएँगी | इस बात का विस्वास भले ही आपको आये या ना आये पर इस बात को आजमायें ज़रूर....और अपने अपने अनुभव हमें भी लिख भेजें |

कथन का प्रमाण :-

कहाँ से सीखें हुनर, उसे मनाने का ...
कोई जबाव नहीं था, उसके रूठ जाने का |
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी ,
जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का ||




समाधान में लगता है समय भी महान, 
आइये जानते हैं कैसे हुआ एक समाधान :- 



मन की गलतफहमियों को दिलो - जान से मिटा जा 
मेरे  यार बस एक बार वापस लौट कर आजा ||
  




ज़िंदगी की मेले में अकेले न चल ,
मत भूल य़ार ज़िन्दा हैं तेरे,
......साथ - साथ चल |



चोट लगी है उसको, दर्द मुझे भी हो रहा है |
वो कितना मतलबी हो चला है की जख्मे अश्क भी छुपा रहा है |


तू प्यार से बात न कर न सही,
 एक मुस्कान ही दे दे |
जख्म ए दिल पर मरहम न सही, 
एक अरमान ही दे दे |




मरने से पहले सफलताओं के शिखर चूम जायेंगे |
रस्ते में आने वाली हर मुसीबत नया जूनून बनायेंगे|
तू याद कर न कर ओ बेदर्द ज़माने , 
हम दर्दे दिलों के हौंसले बँधाते नज़र आएंगे |
बस गम है तो इस बात का कि, 
 मुख से दोस्तों को शलाम ना भेज पाएंगे |




तेरे बिना दुनिया वीरान है हरजाई |
अपनों से तूने कैसी की है बेवफ़ाई|

बेवफ़ाई छोड़ के, वफ़ा की अदा दिखा जा |
मेरे साथी साथ अधूरे को निभाने तू आ जा |

दर्द ए दिल बातों से वयां नहीं हो रहा |
बिन तेरे खाना गले से नहीं उतर रहा | 

आगे सुन मेरे भाई , क्या फ़रमाइश है आई ...


कोई भी शिकवा कोई भी गिला झेल जाएँगे|
पर तेरे बिन तो जीते जी मर जाएँगे |
तू हमारी फिक्र कर न कर ,
हम तो तुझे आख़िरी दम तक दिलो जान से चाहेंगे | 
याद़ों में इतनी नरमी नहीं होती कि, 
दिल की प्यास बुझा दे,
हम तो तुझे आसमां से भी वापस बुलाएँगे |


















- by s.k.g.


achieve your life's smart goal.
 GOD BLESS YOU.
नोट : नया पोस्ट जल्द किया जायेगा | हमारी नयी दिलकश पोस्ट को तुरंत पाने के लिए blog पर sign up करें | ....  blog की सारी सामग्री जनसेवा में निशुल्क उपलब्ध है....
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keep smile.

जय हिन्द || वन्देमातरम् ||

** the next post will come soon..... ** 

Tuesday, January 31, 2017

love





                                 
         



*** एक
JAKHMI 
    DIL ****






हमने भी कभी प्यार किया था... 
थोड़ा नहीं बेशुमार किया था... 
दिल टूट कर रह गया तब 
जब कहा उसने.... की अरे...
मैंने तो मजाक किया था...|








हमने कांटों को भी नरमी से छुआ है 
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं, 
कौन देता है उम्र भर का साथ..., 
लोग मैयत में भी कंधे बदल देती है|




कुछ फैसले सिर्फ आंखों से होते हैं, 
दिल के फासले दो बातों से होते हैं, 
कोई लाख भुलाने की कोशिश करे पर... 
कुछ रिश्ते खत्म सिर्फ सांसों संग होते हैं|




उस वक्त दिल कितना मजबूर होता है, 
जब कोई किसी की यादों में होता है, 
प्यार क्या चीज है पता तब चलता है, 
जब कोई निगाहों से बहुत दूर होता है| 




दीवानों की महफिल में बात चली एक दीवाने की , 
चाहत की शम्मा से जलने वाले एक परवाने की.. 
मैंने सोचा की कौन होगा यह सिरफिरा... 
देखा तो उंगली मेरी तरफ थी सारे जमाने की| 





दिल ए दर्द में कोई मौसम प्यारा नहीं होता, 
दिल हो प्यासा तो पानी से गुजारा नहीं होता, 
कोई देखें तो दर्द ए दिल की बेवसी को ...., 
हम सबके हो पाते गर कोई हमारा भी होता| 






हर अश्क का मतलब गम नहीं होता... 
दूरी बढ़ने से प्यार कम नहीं होता... 
वक्त बे वक्त हो जाती हैं आंखें नम, 
क्योंकि यादों का कोई मौसम नहीं होता| 





गर दर्द से दोस्ती हो जाएगी यारों..., 
जिंदगी बेदर्द हो जाएगी यारों..., 
गमो में भी मुखड़े पर मुस्कान रखना..., 
ग़मों में भी ज़िंदगी आसान हो जाएगी यारों|




  ...बात सीधी है दोस्तो !... स्वार्थपरक दुनिया में सबसे ज्यादा भरोसा खुद पर करो यारों, ना जाने कब कोई क्या जख्म दे जाए | सभाल तो लोगे, अगर खुद की ख़ूबी से प्रेम करोगे.......|
...फिर मिलेंगे दोस्तों !

- BY SK.gangwar

TAKE An TARGET RACE...










achieve your target.
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जय हिन्द || वन्देमातरम् ||

Tuesday, January 24, 2017

दिल की लगी ....

Dear friends! हर दिल को दिल्लगी की जन्मजात लत होती है | लेकिन इस लत  को कभी गलत मत होने देना क्योंकि गलती इंसान से होती है लेकिन गलत हैवान से होती है क्योंकि गलती अनजाने में होती है और माफ़ी दी जाती है पर गलत को सुधरने में समय लगता है ....आगे आप समझ गए होगे |

जिंदगी जंग जरूर होती है परन्तु हुडदंग मत बनाना दोस्तों | जीवन में अगर कभी समस्या से बाहर न निकल पाओ तो याद कर लेना उन ऊँचाइयों को जिन पर खड़े लोग तुम्हे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे होंगे.....

हम तो दर्दे-दिलों की महफ़िलें सजाने आये हैं दुनिया के ग़मों में आग लगाने आये हैं, 
किस बात की सजा आप दोगे हमें ...

हम तो दिल-ए-दर्द को भी मोमबत्ती बनाने आये हैं |



 बड़ी चीज और बड़ी सफलता बड़ी मेहनत से मिला ही जाया करती है |






परिन्दों को नहीं दी जाती तालीम उड़ानों की ,
वो खुद ही तय करते हैं मंजिल असमानों की |
रखता है जो होंसला असमान को छूने का ,
उसको नहीं होती परवाह गिर जाने की |

दुनिया की हर चीज ठोंकर लगने से टूट जाया करती है, 
एक...कामयाबी हुआ करती है जो ठोंकर खा के आया करती है ||

- जय हिन्द जय हिन्दुस्तान .



Friday, January 20, 2017

संघर्ष को शलाम ...

संघर्ष को शलाम !


emoji unicode: 1f44cक्या जवाब था एक बेटी का 
जब उससे पुछा गया कि तेरी दुनिया कहाँ से शुरू होती है कहाँ पर खत्म..बेटी का जवाब था..माँ की कोख से शुरू होकर, पिता के चरणो से गुजर कर, पति की दुःख सुख की गलियों से होकर, बच्चों के सपनो को पूरा करने तक खत्म.

दोस्तों ! लड़का हो या लड़की जिंदगी में सबको अपनी या अपने परिवार की ही चिंता होती है| लेकिन, इन्ही लोगों में से वो लोग निकलते हैं जो न सिर्फ अपनी बल्कि अपने और अपने घर, गाँव, प्रदेश, और फिर अपने देश का भी ख़याल रखते हैं| ये ही वो लोग हैं जिनकी महानता और प्रधानता में देश काल का इतिहास रचा जाता है| 
  ऐसे कई उदाहरण हैं जिनका इतिहास गवाह है| लेकिन काम की बात ये है की ये महान लोग आते कहाँ से, कैसे और क्या अलग करते हैं | उनकी मानसिकता कैसी होती है | उनके आचार, विचार, व्यवहार, और जीवन का कारोबार कैसा होता है | हमारे विचार जैसे होते हैं हम वैसे ही तो बनते हैं | और विचारों के बननें में सबसे बड़ा हाथ हमारे चारों ओर के परिवेश का होता है | मित्रों ! आज की पोस्ट इसी आधार पर है कि कैसा होंना चाहिए हमारा व्यवहार -
जिन्दगी की जंग में योद्धा समान बन जाते हैं,
मोहब्बत से जंग-ए-नफ़रतें जीत लाते हैं ,
आस्मां से जिनको संघर्ष के शलाम आते हों,
इस जहाँ में ऐसे ही लोग महान बन जाते हैं|

 दोस्तों ! संघर्ष के शलाम सिर्फ उनको ही आते हैं जो दिल में इतिहास रचने का सत्संकल्प उठाते हैं | मतलब है की अगर आप महान बनना चाहते हैं तो रास्ते खुद व खुद बनते चले जायेंगे | आपको बस बहादुरी के साथ साहस (हिम्मत) से आगे बढ़ते रहना है | 
 संघर्ष की राह पर अनुशासन से आगे बढ़ते रहने पर ही आसमां से संघर्ष के खुशियों भरे शलाम आने लगते हैं ...

संघर्ष के जीवन में हँस-हँस के आगे बढ़ना,
जीवन के संग्राम में धीरवीर बनके लड़ना ,
रुकना न तू पिछड़ना, हिम्मत से आगे बढ़ना,
आंधी हो या हो तूफान इतिहास नया रचना,
संघर्ष के जीवन में हँस हँस के आगे बढ़ना,
जीवन के संग्राम में महावीर बनके लड़ना...||
               -written by sk. gangwar
















Friday, January 13, 2017

Hindustani shayari

'' जय श्री राधा कृष्ण हरे ''|
 
   'जय श्री राधे कृष्णा' मित्रो!
...दोस्तों दुनिया में गमों के मेले अक्सर लगते रहते हैं | लेकिन इन ग़मों की दुनिया में दिलवाले घबराया नहीं करते | बल्कि, वो तो ग़मों के मेलों में सदाबहार गमलों को सजाया करते हैं और शायरी की कलियों को खिलाया करते हैं | जिनके फूलों की महक महफ़िलों के दर्दे दिलों पर मरहम लगाया करती हैं | ऐसे ही फूलों को खिलाने आये हैं दीवानें .... 



 दोस्तों ! मरहम तीन तरह के होते हैं| एक वो जो बिलकुल ठीक कर देते हैं | दुसरे वो जो ठीक नहीं कर पाते और तीसरे वो जो ठीक करने की बजाय दर्द बढ़ा देते हैं | तो आप कौनसा लेना चाहेंगे ? जाहिर सी बात है पहला वाला ही लेंगे | दोस्तों दर्द दिल का हो या दिमाग़ का मरहम पहला वाला ही बढ़िया है | ये बात आपके समझ में आ गयी तो आपको ग़मों के नहीं फ़रिस्तों के मेले मिलेंगे | मतलब चारों ओर रंगीन महफ़िलों का समां | शर्त यही है की संगत सच्ची और अच्छी होनी चाहिए | आपने बचपन में एक मुहावरा सुना होगा कि - '' जैसी संगत बने वैसी रंगत ''


 उम्मीद करते हैं आप समझ गए | तो दोस्तों ! हो जाइये तैयार और कर लीजिये जिंदगी सदाबहार कुछ सच्चे और अच्छे लोगों के साथ..... |



  दोस्तों ! दुनिया में भगवान् ने कोई चीज बिना मतलब नहीं बनाई | हर चीज किसी न किसी काम की है | और आज की दुनिया में लोग काम देने वाली चीजों से ही प्यार करते हैं | तो फिर सारी वस्तुएं प्यारी ही हुईं | लेकिन फिर दुनिया में इतनी नफ़रत क्यूँ ? क्योंकि लोग सिर्फ अपना मतलब निकालने के लिए, मतलब पूरा होने तक प्यार करते हैं | जैसे - जैसे मतलब पूरा हुआ उनका प्यार करने का कोटा पूरा हो गया अब तो भूख ही नहीं बची तो खाएं क्यूँ | बस यही है मतलब की दुनिया | लेकिन इस मतलब की दुनिया में ' माँ ' एक ऐसा शब्द है जो कभी ये नहीं देखता की इस काम में मेरा मतलब सधेगा या नहीं | जिसे माँ कहते हैं लोग वो कभी नहीं सोचती की जिसको मैं पाल पोस रही हूँ, वो कभी मुझे रुलाएगा भी या कभी हंसायेगा भी | वह तो बस सुन्दर सपने संजो - संजोंकर अपना काम पूरी प्रतिभा के साथ करती जाती है और बस करती ही जाती है | लेकिन ये कमबख्त दुनिया ऐसे कम ही फरिस्ते पैदा कर पाई जो इस माँ से ही प्रेरणा लेकर उसके जैसे ही अपना हर काम निस्वार्थ भाव से कर्त्तव्य मान करते जाएँ और बस करते ही चले जायें |
मेरे प्यारे भैया बहनों आप सबको कसम है अपने आन मान और शान की आप अपनी माँ और माँ के लिए पिता को भी खुशी देने वाले कर्म करते चलोगे | आपके जीवन का लक्ष्य चाहें जो भी हासिल करना हो लेकिन आप मैय्या - बाबा का ख़याल जरूर रखें | ताकि आप के माता - पिता की आत्माओं से ऐसी दुआ- आशीर्वाद निकलने लगें की आप सफलता की नयी ऊँचाइयों को छुयें और छूते चलते जायें |
  मित्रों ! इसी मनोभावना के साथ आप दुनिया का कोई भी अच्छा काम पकड़ लीजिये आपको सफ़लता आपकी चाह और आनन्द के  साथ मिलेगी | क्योंकि ये हिन्दुस्तानी सभ्यताओं का वादा है..... 
   

                          जय श्री राधा कृष्ण हरे ||

तो चलिये दोस्तों, शुरू करते हैं एक नयी जिंदगी जिसमें-
   
 खुशियों की बहारें हैं,
 सफलताओं के पैमाने है |
 सभ्यताओं की नींव पे खड़ीं,
 मुहब्बतों की सौगातें हैं |
                                       जिंदगी की शाम में बैठे,
                                            दर्दे -दिलों को हँसा दे जो |
                                             वो 'हिन्दुस्तानी शायरी' है,
                                           जिसे शायराने अक्सर सुनाते हैं | 
                                                                       - s.k. !



जय श्री राधा कृष्ण हरे |
जय श्री राधा कृष्ण हरे |
जय श्री राधा कृष्ण हरे |
जय श्री राधा कृष्ण हरे |
जय श्री राधा कृष्ण हरे |
जय श्री राधा कृष्ण हरे |
जय श्री राधा कृष्ण हरे |